२. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे !
इन्द्रजाल में रुद्राक्ष के चमत्कारी महारह्स्य
नौवें भाव में केतु उच्च का और राहु नीच का माना गया है। यदि आपकी कुंडली में यह स्थिति है तो भाग्य पर अशुभ ग्रह स्थित है। हो सकता है कि इस स्थान पर अशुभ या क्रूर ग्रहों की दृष्टि हो या गुरु पर अशुभ ग्रहों की दृष्टि या गुरु शत्रु भाव में बैठा हो तो भाग्य कमजोर होगा और जातक को भाग्य का सहयोग प्राप्त नहीं होगा। अर्थात उसे उसके भाग्य से कुछ भी नहीं मिलेगा।
नकरात्मक ऊर्जा
* कर्क राशि के जातक अपनी माता का जीवन पर्यन्त आदर करें उनकी सलाह का अवश्य पालन करें । अपनी माता से चांदी, चावल लेकर अपने पास रखें और नित्य माँ भगवती दुर्गा की आराधना करें। धार्मिक कार्यों में सक्रीय रूप से हिस्स लें।
‘लाल किताब’ में धर्माचरण और सदाचरण के बल पर ग्रह दोष निवारण का झण्डा ऊँचा किया है, जिससे हमारा इहलोक तो बनेगा ही, परलोक भी बनेगा। ‘लाल किताब’ में विभिन्न प्रकार के ग्रह दोषों से बचाव के लिए सैकड़ों टोटकों का विधान है। जीवन का कोई ऐसा पक्ष नहीं है, जिससे संबंधित टोटके न बतलाये गये हों।
इन अंगों पर तिल है धनवान होने वाले हैं
उत्तर प्रदेश में योगी की राह में कांटे बिछा रहे हैं अपने ही, पटेल और निषाद की बगावत पड़ेगी भारी
सोते समय अपना सिरहाना पूर्व की ओर रखें ! अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकडे रखें ! सेहत ठीक रहेगी !
नक्षत्र के वृक्ष द्वारा अपनी समस्याओं को दूर करें
पीलिया
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की शपथ ग्रहण कुंडली से जाने उनकी सरकार का भविष्य
रोज सुबह जब आप उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरे। धर्म ग्रंथों के अनुसार, हथेली के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी, बीच में मां सरस्वती व नीचे के भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु का स्थान होता है। इसलिए रोज सुबह उठते ही अपनी हथेली देखने से भाग्य चमक उठता है। सूर्य की आराधना नियमित करें।
अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो ! और आग पर रखा दूध या चाय उबलनी click here नहीं चाहिये ! वरना आमदनी से ज्यादा खर्च होने की सम्भावना रह्ती है !